It was not so easy to become Ganga, lost in love and then defeated cancer mastram


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नई दिल्ली। ‘परदेस’ में गंगा यानी वह पवित्रता इसलिए संजोए भारत आज भी दुनिया को एक संदेश देती है- 1997 में आई फिल्म ‘परदेस’ में गंगा के किरदार के जरिए सुभाष घई ने कोशिश की थी। फिल्म रिलीज हुई तो हिंदी सिनेमा के बादशाह शाहरुख खान ने लेकिन जिस स्टार के साथ सह-कलाकार की नजरें खींचीं, उनकी खूबसूरती ने उन्हें हैरान कर दिया। जिस गंगा जैसी पवित्रता पर कलाकार का भी वही नाम था और फिल्म के पोस्टर पर जिसका नाम अंकित था वह थी महिमा चौधरी।




सुभाष घई की फिल्मों में काम करने से पहले रितु चौधरी दार्जिलिंग, पश्चिम बंगाल के खूबसूरत कलाकार अपने चेहरे पर समेटे तो घूम रही थीं, लेकिन किसी ने भी नहीं सोचा था कि ‘एम’ शब्द को अपनी किस्मत मान के लिए जाना जाता है। सुबाश घई के लिए यही रितु चौधरी चौधरी पर ‘महिमा चौधरी’ की वापसी धूम मचाने वाली हैं। महिमा की पहली ही फिल्म में सफलता के ऐसे झंडे गाड़े की झलक देखने वाले भी भूल गए कि महिमा का असली नाम रितु है।

हालांकि, महिमा चौधरी को इस फिल्म की सफलता ने पहली बार ही बेस्ट फीमेल क्लास में फिल्म का दर्जा दिला दिया। इसके बाद दाग-द फायर, दर्शन, कुरुक्षेत्र, बागवान, दिल क्या करे, लज्जा,फिल्म में उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों को बताया कि ‘गंगा’ फिल्मी सितारा चमकता सितारा है।

महिमा के पिता जाट थे और उत्तर प्रदेश के आदर्श से संबंध रखते थे जबकि उनकी मां दार्जिलिंग से थीं। अपनी छोटी सी फिल्मी दुनिया में महिमा शाहरुख से लेकर अजय देवगन तक हर बड़े बॉलीवुड कलाकार नजर आए। अभी तो वह सफलता की सीढ़ियां चढ़ ही रही थी कि एक हादसे ने उनकी परंपरा को ही तोड़ दिया।

फिल्म दिल है दिलीप की शूटिंग के दौरान एक रोड दुर्घटना ने महिमा का पूरा चेहरा ही बदरंग कर दिया। उनके चेहरे पर कांच के 67 टुकड़े फंस गए और इसके बाद कई प्राचीन काल की महिमा के फिल्मी इतिहास को तोड़ दिया गया। इस दुर्घटना के बाद वे धूम मचाने पर वापस लौटे, लेकिन उनका जादू नहीं चला। फिर साल 2020 तो मानो अपनी जिंदगी में भूचाल ही लेकर आ गया। एक तरफ दुनिया में एक ऐसी बीमारी सामने आ रही है जो उन्हें शायद ही मिलेगी। उन्हें कैंसर है ये बात तब पता चली थी. हालाँकि उनकी जीवटता ने कैंसर को भी माता दे दी। लेकिन, टूटे दिल की टीस तो महिमा के अंदर अब भी हरी ही रही।

परदेस की सफलता के बाद उनके जीवन में प्यार ने भी गिरावट ला दी। वह पेसेन्डर के लिए एक साथ मुलाक़ात में गया था। दोनों ने तीन साल तक अपनी-अपनी जगह पर काम किया लेकिन, उसी समय वक्ता के साथ संजय दत्त की पत्नी रिया पिल्लई ने डेट करना शुरू कर दिया। संबंध विच्छेद हो गया। हालाँकि, अपने सपोर्टकर महिमा आलोचकों पर फोकस करने की कोशिश कर रही थी इसी बीच उन्होंने 2006 में बॉबी मुखर्जी से शादी कर ली। हालांकि यह शादी भी 5 साल से ज्यादा नहीं चल पाई। इस शादी से उनकी एक बेटी भी अपने दम पर अंतिम संस्कार कर रही हैं।

बॉलीवुड को उनकी ‘गंगा’ भी तीन हजार के बाद मिली थी। यानि कि सुभाष घई ने ‘गंगा’ के किरदार के लिए 3000 से ज्यादा लड़कियां काम की थीं लेकिन, इस किरदार के किरदार पर किसी की नजर नहीं पड़ी। सुभाष घई एक पार्टी में गए थे तो वहां वीडियो जॉकी का काम करने वाली महिमा पर उनकी नजरें पड़ीं और उन्होंने एक ही नजर में अपने बुने किरदार के लिए सही पाया।

–आईएएनएस

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