दौसा। बाजूपाड़ा थाना पुलिस ने 500 साल पुराने ठाकुरजी के मंदिर से बेशकीमती मूर्ति और गहनों की चोरी 2 घंटे में ही बरामद कर ली।
रंजीता शर्मा ने बताया कि बाजूपाड़ा में करीब 500 साल पुरानी ठाकुरजी के मंदिर से लक्ष्मीजी की मूर्ति चोरी हो गई थी। जिस जिले में नाकेबंदी की गई। शोरूम सुरेंदर सिंह ने रिचार्ज की मदद से व मंदिर के आस-पास के लोगों से पूछताछ की। एक महिला पर शक हुआ। असली महिला सलवार सूट सूट हुई थी और उसके गले में पीले रंग का दुपट्टा था। खोज में पुलिस और पुलिस मित्र, ग्राम रक्षक, सीएलजी सदस्य और लोगों की मदद से दो-दो लोगों की पुलिस के साथ टीम साहिल कर सत्यार्थी महिला की तलाश में निकाला गया।
विशाल सुरेंद्र सिंह, कॉन्सिल धर्मसिंह मीना, मोनू शर्मा आदि ने एक दुकान के बाहर लोटवाड़ा में संदिग्ध महिला को बैठा देखा। उस महिला के हाथ की मूर्ति में सिन्दूर लगा था। मूर्ति के बारे में पूछताछ की जाती है तो भड़की-बकी व उटपटांग बातें करते हुए कभी हंसने लगता है, कभी रोने लगता है, कभी गुस्सा करने लगता है, कभी चिल्लाने लगता है। प्यार से बात करके मूर्ति के बारे में पूछा तो बताया कि बुराई खाओगे तो मैं बता देता हूँ।
जिस पर महिला को मिठाई खिलाकर पूछताछ की गई। उन्होंने बताया कि मंदिर में ही हनुमान जी की मूर्ति छिपी हुई है। हनुमानजी की मूर्ति के पीछे जो पर्दा लगा था। उनके पीछे लक्ष्मीजी की मूर्ति और सोने-अलाशय के चरण मिले। मूर्ति का दाहिना हाथ खंडित मिला। मूर्ति व मूर्ति पुजारी रामअवतार शर्मा को स्थापित किया गया। महिला का नाम मोनिका पत्नी मनोज मीना निवासी दुलवा है जो कि हरिनरेश मीना निवासी पातरखेड़ा थाना बाजूपाड़ा की बेटी और पागल है। वह यह पागलपन की बात है।
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