हैवान ही नहीं दरिंदा बाप mastram
25 वर्षीय राधा गुप्ता सुबह से बेचैन क्यों नहीं थीं। घर के किसी काम में वह मन नहीं लग रहा था। रहरह कर वह कभी कमरे से किचन में जाती और कभी किचन से कमरे में. उस ने यह क्रिया कई बार दोहराई तो कमरे में बैठे पति सुनील से नहीं रहा। उसने पूछा, ”क्या … Read more